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रामधारी सिंह "दिनकर"
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रामधारी सिंह "दिनकर"
www.kavitakosh.org/dinkar
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जन्म | 23 सितम्बर 1908 |
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निधन | 24 अप्रैल 1974 |
उपनाम | दिनकर |
जन्म स्थान | ग्राम सिमरिया, जिला बेगूसराय, बिहार, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
कुरुक्षेत्र, उर्वशी, रेणुका, रश्मिरथी, द्वंदगीत, बापू, धूप छाँह, मिर्च का मज़ा, सूरज का ब्याह | |
विविध | |
काव्य संग्रह उर्वशी के लिये 1972 के ज्ञानपीठ पुरस्कार सहित अनेक प्रतिष्ठित सम्मान और पुरस्कार से सम्मानित | |
जीवन परिचय | |
रामधारी सिंह "दिनकर" / परिचय | |
कविता कोश पता | |
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कविता संग्रह
- रेणुका / रामधारी सिंह "दिनकर" (1935)
- हुंकार / रामधारी सिंह "दिनकर" (1938)
- रसवन्ती / रामधारी सिंह "दिनकर" (1939)
- द्वन्द्वगीत / रामधारी सिंह "दिनकर" (1940)
- कुरुक्षेत्र / रामधारी सिंह "दिनकर" (1946)
- धूपछाँह / रामधारी सिंह "दिनकर" (1946)
- सामधेनी / रामधारी सिंह "दिनकर" (1947)
- बापू / रामधारी सिंह "दिनकर" (1947)
- इतिहास के आँसू / रामधारी सिंह "दिनकर" (1951)
- धूप और धुआँ / रामधारी सिंह "दिनकर" (1951)
- रश्मिरथी / रामधारी सिंह "दिनकर" (1954)
- नीम के पत्ते / रामधारी सिंह "दिनकर" (1954)
- दिल्ली / रामधारी सिंह "दिनकर" (1954)
- नील कुसुम / रामधारी सिंह "दिनकर" (1955)
- नये सुभाषित / रामधारी सिंह "दिनकर" (1957)
- सीपी और शंख / रामधारी सिंह "दिनकर" (1957)
- परशुराम की प्रतीक्षा / रामधारी सिंह "दिनकर" (1963)
- हारे को हरि नाम / रामधारी सिंह "दिनकर" (1970)
- प्रणभंग / रामधारी सिंह "दिनकर" (1929)
- सूरज का ब्याह / रामधारी सिंह "दिनकर" (1955)
- कविश्री / रामधारी सिंह "दिनकर" (1957)
- कोयला और कवित्व / रामधारी सिंह "दिनकर" (1964)
- मृत्तितिलक / रामधारी सिंह "दिनकर" (1964)
अनुवाद
खण्डकाव्य
चुनी हुई रचनाओं के संग्रह
- चक्रवाल / रामधारी सिंह "दिनकर" (1956)
- सपनों का धुआँ / रामधारी सिंह "दिनकर"
- रश्मिमाला / रामधारी सिंह "दिनकर"
- भग्न वीणा / रामधारी सिंह "दिनकर"
- समर निंद्य है / रामधारी सिंह "दिनकर"
- समानांतर / रामधारी सिंह "दिनकर"
- अमृत-मंथन / रामधारी सिंह "दिनकर"
- लोकप्रिय दिनकर / रामधारी सिंह "दिनकर" (1960)
- दिनकर की सूक्तियाँ / रामधारी सिंह "दिनकर" (1964)
- दिनकर के गीत / रामधारी सिंह "दिनकर" (1973)
- संचयिता / रामधारी सिंह "दिनकर" (1973)
- रश्मिलोक / रामधारी सिंह "दिनकर" (1974)
बाल कविताएँ
- चांद का कुर्ता / रामधारी सिंह "दिनकर"
- नमन करूँ मैं / रामधारी सिंह "दिनकर"
- सूरज का ब्याह (कविता) / रामधारी सिंह "दिनकर"
- चूहे की दिल्ली-यात्रा / रामधारी सिंह "दिनकर"
- मिर्च का मज़ा / रामधारी सिंह "दिनकर"
- वर्षा / रामधारी सिंह "दिनकर"
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- दूध-दूध! / रामधारी सिंह "दिनकर"
- सिंहासन खाली करो कि जनता आती है / रामधारी सिंह "दिनकर"
- जीना हो तो मरने से नहीं डरो रे / रामधारी सिंह "दिनकर"
- परंपरा / रामधारी सिंह "दिनकर"
- परिचय / रामधारी सिंह "दिनकर"
- दिल्ली (कविता) / रामधारी सिंह "दिनकर"
- झील / रामधारी सिंह "दिनकर"
- वातायन / रामधारी सिंह "दिनकर"
- समुद्र का पानी / रामधारी सिंह "दिनकर"
- कृष्ण की चेतावनी / रामधारी सिंह "दिनकर"
- ध्वज-वंदना / रामधारी सिंह "दिनकर"
- आग की भीख / रामधारी सिंह "दिनकर"
- बालिका से वधू / रामधारी सिंह "दिनकर"
- जियो जियो अय हिन्दुस्तान / रामधारी सिंह "दिनकर"
- कुंजी / रामधारी सिंह "दिनकर"
- मनुष्य और सर्प / रश्मिरथी / रामधारी सिंह "दिनकर"
- परदेशी / रामधारी सिंह "दिनकर"
- एक पत्र / रामधारी सिंह "दिनकर"
- एक विलुप्त कविता / रामधारी सिंह "दिनकर"
- लेनिन / रामधारी सिंह "दिनकर"
- गाँधी / रामधारी सिंह "दिनकर"
- आशा का दीपक / रामधारी सिंह "दिनकर"
- कलम, आज उनकी जय बोल / रामधारी सिंह "दिनकर"
- शक्ति और क्षमा / रामधारी सिंह "दिनकर"
- हो कहाँ अग्निधर्मा नवीन ऋषियों / रामधारी सिंह "दिनकर"
- गीत-अगीत / रामधारी सिंह "दिनकर"
- लेन-देन / रामधारी सिंह "दिनकर"
- निराशावादी / रामधारी सिंह "दिनकर"
- रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद / रामधारी सिंह "दिनकर"
- लोहे के मर्द / रामधारी सिंह "दिनकर"
- विजयी के सदृश जियो रे / रामधारी सिंह "दिनकर"
- समर शेष है / रामधारी सिंह "दिनकर"
- पढ़क्कू की सूझ / रामधारी सिंह "दिनकर"
- वीर / रामधारी सिंह "दिनकर"
- मनुष्यता / रामधारी सिंह "दिनकर"
- पर्वतारोही / रामधारी सिंह "दिनकर"
- करघा / रामधारी सिंह "दिनकर"
- चांद एक दिन / रामधारी सिंह "दिनकर"
- भारत / रामधारी सिंह "दिनकर"
- भगवान के डाकिए / रामधारी सिंह "दिनकर"
- जनतन्त्र का जन्म / रामधारी सिंह "दिनकर"
- शोक की संतान / रामधारी सिंह "दिनकर"
- जब आग लगे... / रामधारी सिंह "दिनकर"
- पक्षी और बादल / रामधारी सिंह "दिनकर"
- राजा वसन्त वर्षा ऋतुओं की रानी / रामधारी सिंह "दिनकर"
- मेरे नगपति! मेरे विशाल! / रामधारी सिंह "दिनकर"
- लोहे के पेड़ हरे होंगे / रामधारी सिंह "दिनकर"
- सिपाही / रामधारी सिंह "दिनकर"
- रोटी और स्वाधीनता / रामधारी सिंह "दिनकर"
- अवकाश वाली सभ्यता / रामधारी सिंह "दिनकर"
- व्याल-विजय / रामधारी सिंह "दिनकर"
- माध्यम / रामधारी सिंह "दिनकर"
- स्वर्ग / रामधारी सिंह "दिनकर"
- कलम या कि तलवार / रामधारी सिंह "दिनकर"
- हमारे कृषक / रामधारी सिंह "दिनकर"